मनीष कश्यप बिहार के छोटे से गांव डूंमरी जो कि पश्चिमी चंपारण जिले में पड़ता है के निवासी है उन्होंने सच तक यूट्यूब चैनल 2018 में बनाया था। धीरे-धीरे अपने अनोखे अंदाज के न्यूज़ रिपोर्टिंग के चलते उनका यूट्यूब चैनल बहुत वायरल हो गया और वह पत्रकारिता जगत में एक बहुत बड़े हस्ती बन गये। उनका बेबाक अंदाज मे सरकार और भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलना लोगों को बहुत पसंद आया और उनकी लोकप्रियता बढ़ी। मनीषा कश्यप को ‘बिहार के बेटे’ के नाम से जाना जाने लगा। हाल ही में तमिलनाडु में हो रहे बिहारियों पर हमलो कि खबरों में मनीष कश्यप विवादों में आ गए। मनीष कश्यप कि बिहारियों पर हो रहे हमलों की खबरों को झूठा बताया गया। गलत समाचार फैलाने के जुर्म में उन पर मुकदमे हुए और बिहार पुलिस उन्हें गिरफ्तारी के लिए ढूंढ रही थी। बिहार में यूट्यूबर पर 14 और तमिलनाडु में 13 मामले दर्ज हैं। EOU के बार-बार प्रयास करने के बावजूद मनीष कश्यप पेश नहीं हो रहा था। इसके बाद आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। पुलिस और ईओयू की टीमों ने लगातार आरोपी के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन फिर भी वह हाजिर नहीं हुआ। उनके सारे बैंक खातों को बंद कर दिया गया था और जब पुलिस मनीष कश्यप के घर कुर्की जब्त करने पहुंची तो उन्होंने खुद को सरेंडर कर दिया। इससे पहले मनीष कश्यप ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी जमानत की अर्ज़ी दी थी जिसे खारिज कर दिया गया। सरेंडर करते वक्त भावुक हो गए मनीष कश्यप।