शंकरपुर पंचायत के पोखर भिंडा गांव में सवा लाख पार्थिव शिवलिंग का पूजन और जलाभिषेक सम्पन्न
शिवाजीनगर प्रखंड अंतर्गत शंकरपुर पंचायत के पोखर भिंडा गांव में मंगलवार को भव्य रूप से सवा लाख मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग का पूजन और जलाभिषेक संपन्न हुआ। यह आयोजन श्री श्री 108 सार्वजनिक बम पूजा संघ के तत्वावधान में किया गया, जिसमें 20 गांवों के श्रद्धालुओं ने मिलकर पार्थिव शिवलिंगों की स्थापना की।
पूजन कार्यक्रम का शुभारंभ 101 कुंवारी कन्याओं और महिलाओं द्वारा भव्य कलश यात्रा से हुआ। काजी डुमरा पोखर से पवित्र जल भरकर शोभायात्रा के साथ मंडप में लाया गया। पांच विद्वान पंडित—संजीव कुमार झा, गजेंद्र नारायण झा, संतोष चौधरी, नरेंद्र कुमार झा, और संतोष झा—ने मंत्रोच्चारण के साथ पार्थिव शिवलिंगों और बारह ज्योतिर्लिंगों की विधिवत पूजा-अर्चना कराई।
भव्य मंडप और आकर्षक मूर्तियों की स्थापना
आयोजन स्थल पर भव्य मंडप का निर्माण किया गया, जहां भगवान शंकर, माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय और हनुमान जी की भव्य प्रतिमाएं स्थापित की गईं। इस अनोखे आयोजन में 20 गांवों—जैसे पीपरौलिया, पोखर भिंडा, रानीपरती, काजी डुमरा, सुरिवा पोखर, रजौड़, तिलाही, महादेवा, शंकरपुर, भुजहाईर और अन्य से श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक
श्रद्धालुओं का सैलाब सुबह से ही पूजा स्थल पर उमड़ पड़ा। घंटों लंबी लाइन में खड़े होकर भक्तों ने शिवलिंगों पर जल, दूध, बेलपत्र और फूल चढ़ाकर बाबा भोलेनाथ को जलाभिषेक किया। महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने बड़ी संख्या में इस आयोजन में भाग लिया। बच्चों के मनोरंजन के लिए विशेष प्रबंध भी किए गए थे।
50 वर्षों से हो रहा है यह अनुष्ठान
आयोजकों ने बताया कि यह परंपरागत पूजा पिछले 50 वर्षों से आयोजित की जा रही है। हर साल लॉटरी सिस्टम के जरिए गांव का चयन किया जाता है, जहां यह पूजा होती है। इस बार पोखर भिंडा गांव का चयन किया गया।
श्रद्धालुओं का उत्साह और आयोजन की भव्यता
इस आयोजन में मुख्य यजमान वीर सिंह यादव और उनकी धर्मपत्नी ने एक महीने तक व्रत रहकर पूजा की तैयारी की। भूमि पूजन और ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी। श्रद्धालुओं ने “बोल बम की नारा है, बाबा एक सहारा है” के जयघोष के साथ जलाभिषेक किया।
समिति और प्रशासन का योगदान
आयोजन समिति के अरविंद यादव, मिथिलेश कुमार, बबलू बम, अमरेश बम, वीरेंद्र बम, बैजनाथ बम, लक्ष्मी बम और अन्य सदस्यों ने इस पूजा को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई। मौके पर तीन पंचायतों—शंकरपुर, रजौर रामभद्रपुर, और रानीपरती—के मुखिया और ग्रामीण भी मौजूद रहे।
पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं ने भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया। यह आयोजन क्षेत्र के सामाजिक और धार्मिक समरसता का प्रतीक है।
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