भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और पहलवानों को धमकाने के आरोप लगे हैं। यह आरोप जनवरी 2023 में नेशनल कुस्ती कैंप ऑर्गेनाइज होने के दौरान जयंती 1 मिनट होगा टोकरी साले यंग वनस का कॉल आने लगा। विनेश फोगाट को कॉल करके लड़कियों ने यह बताया कि बृजभूषण सिंह ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया है और वह इसका सबूत भी दे सकती हैं। जिसके बाद जनवरी में धरना प्रदर्शन शुरू हुआ बृजभूषण सिंह के खिलाफ और लखनऊ में होने वाला नेशनल का जो कि जनवरी 18 2023 को होने वाला था उसे कैंसल कर दिया गया। धरने के दौरान स्पोर्ट्स मिनिस्टर अनुराग ठाकुर और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रेसिडेंट पीटी उषा पहलवानों से मिलकर उन्हें आश्वासन दिया कि इस पर कार्रवाई की जाएगी। अनुराग ठाकुर दवारा कमेटी बनने के आश्वासन के बाद और 4 हफ्तों में यह इन्वेस्टिगेशन पूरे करने के आश्वासन के बाद पहलवानों ने प्रोटेस्ट बंद कर दिया।
धरना दोबारा क्यों शुरू हुआ बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाने के लिए पहलवानों ने दोबारा धरना प्रदर्शन शुरू किया था।
जिसके बाद 27 अप्रैल को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का काम देखने के लिए दो सदस्यीय एडहॉक कमेटी का गठन कर दिया। IOA कार्यकारी परिषद के सदस्य भूपेंद्र सिंह बाजवा और संघ की उत्कृष्ट योग्यता वाली खिलाड़ी सुमा शिरूर को इस दो सदस्यीय समिति में शामिल किया गया है। इस अस्थाई समिति जरिये ये दो लोग फिलहाल कुश्ती महासंघ के कार्यालय की जिम्मेदारी देखेंगे।
इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने क्या कहा-“मुझे अपने कर्म पर भरोसा है, मुझे इंसाफ मिलेगा। दिल्ली पुलिस को जांच मिली है। ऐसे में जांच में जहां भी मेरे सहयोग की आवश्यकता होगी, वो मैं सहयोग करने के लिए तैयार हूं। इस देश में न्यायपालिका से बड़ा कोई नहीं है, मैं भी नहीं हूं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है, एफआईआर लिखने का आदेश हुआ है।”