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“एक पेड़ मां के नाम” अभियान: शिवाजीनगर में हरियाली की नई लहर, 3400 पौधे लगाकर दिया गया प्रकृति और मातृत्व को सम्मान

"एक पेड़ मां के नाम" अभियान: शिवाजीनगर में हरियाली की नई लहर, 3400 पौधे लगाकर दिया गया प्रकृति और मातृत्व को सम्मान

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शिवाजीनगर, समस्तीपुर: पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व को सम्मान देने की अनूठी पहल के तहत शुक्रवार को शिवाजीनगर प्रखंड में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान चलाया गया। इस भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रखंड के नए अंचल सह प्रखंड भवन परिसर सहित सभी 17 पंचायतों में कुल 3400 फलदार और छायादार पौधे लगाए गए, जिससे पूरा क्षेत्र हरियाली से सराबोर हो गया।

मनरेगा के नेतृत्व में सफल हुआ अभियान

यह सराहनीय अभियान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व कार्यक्रम पदाधिकारी (पीओ) बबलू कुमार ने किया। उन्होंने इस पहल के दोहरे उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, “आज के समय में जब हम जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, तो पर्यावरण को स्वच्छ और संरक्षित रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह अभियान न केवल धरती को हरा-भरा बनाने का एक प्रयास है, बल्कि यह हर मां के निस्वार्थ प्रेम और समर्पण को सम्मानित करने का एक तरीका भी है। जैसे मां हमें जीवन देती है, वैसे ही पेड़ प्रकृति को जीवन देते हैं।”

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने मिलकर किया वृक्षारोपण

"एक पेड़ मां के नाम" अभियान: शिवाजीनगर में हरियाली की नई लहर, 3400 पौधे लगाकर दिया गया प्रकृति और मातृत्व को सम्मान

इस अभियान की सफलता में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) आलोक कुमार सिंह, मुखिया सुनैना देवी, समाजसेवी संतोष कुमार सिंह और शांति भूषण राय ने खुद पौधे लगाकर लोगों को प्रेरित किया।

इस अवसर पर पीटीए शिव कुमार कश्यप, अकाउंटेंट सतीश कुमार, बीएफटी अंबिका झा, पीआरएस हरि शंकर सहनी, कपिल देव ताती, अभिमन्यु सिंह, दीपक कुमार, और नवीन कुमार राहुल समेत बड़ी संख्या में कर्मी और ग्रामीण उपस्थित रहे।

स्थानीय लोगों ने की सराहना, लिया देखभाल का संकल्प

कार्यक्रम में मौजूद स्थानीय लोगों ने सरकार की इस पहल की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह भावी पीढ़ियों को प्रकृति के महत्व के बारे में भी शिक्षित करेगा। ग्रामीणों ने लगाए गए पौधों की सुरक्षा और देखभाल का संकल्प लिया, ताकि ये पौधे भविष्य में विशाल वृक्ष बनकर पर्यावरण को शुद्ध कर सकें।

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