समस्तीपुर जिले के शिवाजी नगर थाना क्षेत्र के परसा गांव में करीब 5 महीने पहले हुई एक छात्रा की सनसनीखेज हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। कोचिंग से लौट रही छात्रा गुड़िया कुमारी की गोली मारकर हत्या करने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने असम (Assam) के गुवाहाटी से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
रोसड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) संजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया।
11 अगस्त को दहल गया था परसा गांव
घटना पिछले साल 11 अगस्त की है। शिवाजी नगर के परसा गांव स्थित कोठिया गाछी के पास उस वक्त हड़कंप मच गया था, जब कोचिंग से पढ़कर घर लौट रही छात्रा गुड़िया कुमारी की अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल था। परिजनों के आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था, लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था।
असम में नाम बदलकर छिपा था कातिल
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी की पहचान नालंदा जिले के बिहार शरीफ थाना क्षेत्र (नीमगंज) निवासी अशोक कुमार चौधरी के पुत्र कुमोद कुमार उर्फ रघु नहारे के रूप में हुई है।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वह असम में छिपा हुआ है। इसके बाद एक विशेष टीम ने छापेमारी कर उसे असम के ज्योतिनगर, गुवाहाटी (RPF कॉलोनी) से गिरफ्तार किया।
बड़ी बहन से शादी की जिद बनी हत्या की वजह
पुलिस पूछताछ और जांच में हत्या की जो वजह सामने आई है, वह चौंकाने वाली है। आरोपी कुमोद कुमार पहले दरभंगा जिले के बहेड़ी में एक निजी स्कूल में शिक्षक के तौर पर काम करता था।
SDPO संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि आरोपी मृतका (गुड़िया) की बड़ी बहन से शादी करना चाहता था। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ा और प्रतिशोध में उसने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया। उसने गुड़िया को निशाना बनाया ताकि परिवार पर दबाव बनाया जा सके या बदला लिया जा सके।
पुलिस को मिले अहम सबूत
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से कई अहम सबूत बरामद किए हैं, जो उसे कोर्ट में दोषी साबित करने में मदद करेंगे:
- घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन।
- मृतका (गुड़िया) का मोबाइल फोन।
- घटना के बाद भागने के लिए इस्तेमाल किए गए रेलवे टिकट।
छापेमारी टीम में ये पुलिसकर्मी थे शामिल
इस हत्याकांड का उद्भेदन करने और आरोपी को दूसरे राज्य से गिरफ्तार करने में शिवाजी नगर पुलिस की टीम ने अहम भूमिका निभाई। छापेमारी दल में निम्नलिखित अधिकारी शामिल थे:
- रविंद्र कुमार (शिवाजी नगर थानाध्यक्ष)
- प्रवीण कुमार (अपर थानाध्यक्ष)
- नरेश पासवान (स.अ.नि.)
- सिपाही मनोज कुमार, कन्हाई कुमार और अमित कुमार।
पुलिस की इस कार्रवाई से पीड़ित परिवार को करीब 5 महीने बाद न्याय की उम्मीद जगी है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
