समस्तीपुर। समस्तीपुर सुरक्षित सीट पर जातीय अधार पर सनी हजारी का पलड़ा भारी दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ लोजपा आर के उम्मीदवार भी अपनी ताकत लगाये हुए है। अब देखना है मतदाता किसको जीत का माला पहनाता है। आकड़ा के अनुसार यादव, कुशवाहा मुसलमान, वैश्य और पासवान का रुझान सनी हजारी की तरफ दिख रहा है। गणित की बात करे तो उस हिसाब से कांग्रेस का पलड़ा भारी दिख रहा है। चुनाव के आखिरी दिन दोनों पार्टी ने अपना- अपना ताकत झोंक दिया है। 23 समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर जदयू के दो मंत्री के बेटे और बेटी ने अपनी दावेदारी ठोक दी है। जिसके कारण यह चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। एनडीए गठबंधन की ओर से जहां लोजपा रामबिलास की पार्टी ने जदयू के ग्रामीण विकास मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने भी जदयू के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। 23-समस्तीपुर (अ0जा0 लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर सनी हजारी को चुनाव लड़ाने का फैसला लिया था। बिहार के चार सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा के साथ ही समस्तीपुर से कांग्रेस ने सनी हजारी को उम्मीदवार बनाया गया है। सनी हजारी फिलहाल खानपुर प्रखंड प्रमुख हैं। जो बिहार के जदयू नेता व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र हैं। कांग्रेस के द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही महागठबंधन के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में जदयू के दोनों मंत्रियों के बेटे और बेटियों के बीच सीधी टक्कर होने की संभावना है। जीत का सेहरा किसके सिर पर जाएगा यह तो समय के गर्भ में है।