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जलगांव में एक दिल दहला देने वाला ट्रेन हादसा हुआ। पुष्पक एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में अफरा-तफरी मची। 12 जिंदगियां चली गईं, 40 से ज्यादा लोग घायल हुए

जलगांव में एक दिल दहला देने वाला ट्रेन हादसा हुआ। पुष्पक एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में अफरा-तफरी मची। 12 जिंदगियां चली गईं, 40 से ज्यादा लोग घायल हुए

जलगांव में एक दिल दहला देने वाला ट्रेन हादसा हुआ। पुष्पक एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में अफरा-तफरी मची। 12 जिंदगियां चली गईं, 40 से ज्यादा लोग घायल हुए

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बुधवार को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक भयानक रेल हादसा हुआ। परांडा स्टेशन के पास पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगी और कर्नाटक एक्सप्रेस ने 12 यात्रियों की जिंदगी बुझा दी। दर्दनाक! 40 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने तुरंत राहत कार्य में जुट गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। क्या यह सब जांच का विषय नहीं है? हादसे की गहराई में जाने के आदेश भी दिए गए हैं।

हादसे का कारण: चेन खींचने से हुई त्रासदी

खबरों के मुताबिक, पुष्पक एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में अचानक हड़कंप मच गया। आग लगने की अफवाह ने यात्रियों में दहशत फैला दी। वे ट्रेन से कूदने लगे, जैसे फायर ड्रिल में हों। इसी अफरा-तफ़री में, कर्नाटक एक्सप्रेस ने 12 यात्रियों की जान ले ली। महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने बताया, यह भयानक हादसा जलगांव से करीब 40 किलोमीटर दूर हुआ। चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि सात को हल्की चोटें आई हैं। क्या मृतकों की संख्या और बढ़ेगी? यह सोचकर दिल दहल जाता है।

रेलवे ने जारी किए जांच के आदेश

रेलवे सुरक्षा आयुक्त मनोज अरोड़ा ने हादसे की जांच की बागडोर थामी है। वे गुरुवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचेंगे। प्रत्यक्षदर्शियों की बातें सुनेंगे। क्या हादसे के पीछे कोई चौंकाने वाला सच है? चेन खींचने के कारणों की गहराई से पड़ताल की जाएगी। मध्य रेलवे के भुसावल डिवीजन के अधिकारी भी इस जांच में जुटेंगे।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस दुखद घटना पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “क्या ये हादसे कभी थमेंगे?” अधिकारियों को निर्देश दिया, “घायलों का बेहतरीन इलाज हो!” हर संभव मदद देने का वादा किया।

प्रशासन ने संभाला मोर्चा

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इस हादसे को बेहद दुखद बताया। उनका फोकस घायलों का उपचार करना है। उन्होंने जिला प्रशासन और अन्य विभागों के साथ हालात पर चर्चा की। मंत्री गुलाबराव पाटिल ने कहा कि घटनास्थल पर 108 एम्बुलेंस की 8 गाड़ियां और रेलवे की रेस्क्यू वैन तैनात हैं। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, ताकि परिवार वाले अपने प्रियजनों की जानकारी हासिल कर सकें।

हादसे की भयावह तस्वीरें

https://twitter.com/heartout814/status/1882171733215731820?s=46

घटनास्थल की तस्वीरें दिल को चीरने वाली हैं। रेलवे पटरियों पर खून के धब्बे, सामान बेतरतीब फैला हुआ। क्या हुआ है, इंसानियत को? स्थानीय लोग और अधिकारी घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हैं।

“इस दुर्घटना ने बालासोर के रेल हादसे की काली यादें फिर से ताजा कर दीं। कितने यात्रियों ने अपनी जान गंवाई थी! क्या हमें फिर से ऐसी त्रासदी का सामना करना पड़ेगा?”

घायलों का हाल

चौंकाने वाली खबर है! चार लोग बुरी तरह घायल हुए हैं, और 40 से ज्यादा को चोटें आई हैं। घायलों को जलगांव और भुसावल के अस्पतालों में भर्ती किया गया। राहत के लिए जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। क्या आपको मदद की जरूरत है?

निष्कर्ष

जलगांव ट्रेन हादसा एक भयंकर त्रासदी है। इसने रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे और सरकार ने राहत कार्य में तेजी दिखाई है। परिजनों और यात्रियों में डर का साया है। क्या जांच के बाद हम सच जान पाएंगे? उम्मीद है कि ठोस कदम उठाए जाएंगे, ताकि फिर ऐसी घटनाएं न हों।

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