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बड़ी खबर: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़भाड़ में 18 की मौत, माहा कुंभ यात्रियों का हुआ ज़ोर

बड़ी खबर: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़भाड़ में 18 की मौत, माहा कुंभ यात्रियों का हुआ ज़ोर

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दिल्ली, शनिवार नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम एक भयावह भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की जान चली गई, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं। यह हादसा प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर अचानक जमा हुई भीड़ के कारण हुआ, जहां माहा कुंभ मेला के लिए प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं का रेलवे ट्रैफिक बढ़ा हुआ था।

क्या हुआ था?

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियोज़ में प्लेटफॉर्म पर उमड़ती भीड़ और अफरातफरी के दृश्य देखे जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, अचानक बढ़े यात्री दबाव के चलते लोगों के बीच संघर्ष और दौड़ शुरू हो गई, जिसके बाद भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। घटनास्थल पर तत्काल पहुंची इमरजेंसी टीमों ने घायलों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल पहुंचाया, जहां मृतकों की पुष्टि की गई।

नेताओं ने जताया दुख

बड़ी खबर: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़भाड़ में 18 की मौत, माहा कुंभ यात्रियों का हुआ ज़ोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताईं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि “हादसे के कारणों और जिम्मेदारियों को तुरंत स्पष्ट किया जाएगा।”

रेलवे का बयान बनाम हकीकत

हालांकि, शुरुआत में रेलवे प्रशासन ने किसी भगदड़ होने से इनकार किया था। एक अधिकारी ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर शेयर हुए एक वीडियो को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। लेकिन मृतकों की संख्या और बड़े पैमाने पर की गई रेस्क्यू ऑपरेशन ने इन दावों को खारिज कर दिया।

विशेष ट्रेनें चलाई गईं

भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला लिया, ताकि यात्रियों को सुरक्षित ढंग से प्रयागराज पहुंचाया जा सके। माहा कुंभ मेला के दौरान ट्रेनों में यात्री दबाव कई गुना बढ़ गया है, जिससे प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं।

विपक्ष ने उठाए सवाल

आम आदमी पार्टी की नेता और पूर्व दिल्ली मंत्री आतिशी ने इस घटना को “प्रशासनिक लापरवाही” बताते हुए कहा कि “माहा कुंभ जैसे बड़े आयोजन के लिए यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही मजबूत होनी चाहिए थी।” उन्होंने केंद्र सरकार पर तैयारियों में कोताही बरतने का आरोप लगाया।

अब क्या?

जांच एजेंसियां घटना के कारणों का पता लगा रही हैं, जबकि सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। यह घटना एक बार फिर बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर करती है।

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