मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समस्तीपुर में 9 अरब की योजनाओं का तोहफा देने आ रहे हैं। क्या ये योजनाएं जिले को नई रौशनी देंगी?
समस्तीपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का आगाज हुआ। सोमवार को उन्होंने जिले के विकास के लिए भारी-भरकम 9 अरब 37 करोड़ की योजनाओं की घोषणा की।
कितनी बड़ी बात है! 51 योजनाओं का उद्घाटन हुआ, जिसमें 5 अरब 8 करोड़ का जादू है। वहीं, 147 योजनाओं का शिलान्यास भी हुआ, जो 4 अरब 36 करोड़ की राशि से भरा है। विकास की इस बयार में, क्या आप तैयार हैं?
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बिहार की विकास की कहानी में मुख्यमंत्री ने नए अध्याय खोले।
पुल निगम, पथ निर्माण, और ग्रामीण विकास की योजनाएँ अब हकीकत बन रही हैं। क्या ये योजनाएँ सच में बदलाव लाएंगी? सात निश्चय, पंचायती राज, शिक्षा, मनरेगा और सड़क निर्माण—हर योजना एक नई उम्मीद का सूरज है। क्या आप तैयार हैं इस यात्रा में शामिल होने के लिए?
मुख्य कार्यक्रम और परियोजनाएं:
- रायपुर गांव में एक नया अध्याय शुरू हुआ। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी रिस्पांस फैसिलिटी और डॉ. भीमराव अंबेडकर छात्रावास का उद्घाटन हुआ। क्या ये विकास की रौशनी नहीं है?
- सोलर स्ट्रीट लाइट और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की नींव रखी गई। हर घर नल का जल योजना का निरीक्षण हुआ। आंगनबाड़ी केंद्र भी नजर में रहा।
- बुढ़ी गंडक नदी पर नए पुल का स्थल देखा गया। यह क्या नई उम्मीदों का पुल नहीं? मुक्तापुर में पर्यटन विभाग के सौंदर्यीकरण का अवलोकन हुआ।
- समस्तीपुर-दरभंगा एनएच 32 पर आरओबी और समस्तीपुर-पूसा पथ पर लेवल क्रॉसिंग का शिलान्यास हुआ। क्या यह विकास की नई राह नहीं है?
मुख्यमंत्री ने पौधारोपण करते हुए स्थानीय स्टॉलों का दौरा किया। जीविका दीदियों और टोला सेवकों से बात की। नई योजनाएं जिलेवासियों के लिए एक बड़ी सौगात हैं। विकास में जनता का सहयोग चाहिए। क्या आप तैयार हैं?
सीएम का संदेश:
“इन विकास योजनाओं से हर कोने में चमक आएगी। हम हर घर तक खुशियों की किरणें पहुंचाना चाहते हैं। क्या हम अपने राज्य को आत्मनिर्भर नहीं बना सकते?”
शाम ढलते ही, सीएम ने कलेक्ट्रेट सभागार में विभागों की गहराई से जांच की। फिर, जैसे बादलों में खो गए, पटना की ओर लौट चले।
विशेष:
इस यात्रा में मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर को 2025 में विकास का एक शानदार उपहार दिया है। क्या अब जिले की आधारभूत संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन में नया उजाला नहीं आएगा?