पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षाओं को लेकर छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया। हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास तक मार्च निकालने का फैसला किया। प्रदर्शनकारी छात्र गांधी मैदान में इकट्ठा होकर छात्र धर्म संसद का आयोजन किया और सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री आवास कूच करने का निर्णय लिया।
मार्च के दौरान पटना पुलिस ने छात्रों को जेपी गोलंबर के पास रोकने की कोशिश की। लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़कर डाकबंगला चौराहे की ओर बढ़ने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का उपयोग किया। इस कार्रवाई में कई छात्रों के घायल होने की सूचना है।
छात्र मुख्यमंत्री से मिलकर ही वार्ता पर अड़े
प्रदर्शनकारी छात्रों ने सरकार के मुख्य सचिव के साथ वार्ता प्रस्ताव को खारिज कर दिया और मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग पर अड़े रहे। उनका कहना था कि जब तक मुख्यमंत्री से बातचीत नहीं होगी, तब तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।
प्रशांत किशोर भी प्रदर्शन में शामिल
प्रदर्शन में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी छात्रों के साथ धरने पर बैठे। गांधी मैदान से शुरू हुआ यह प्रदर्शन पटना की सड़कों पर उग्र रूप ले चुका है।
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सुरक्षा के कड़े इंतजाम
डाकबंगला चौराहे और जेपी गोलंबर पर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है, और वाटर कैनन भी तैयार रखे गए हैं।
इस घटनाक्रम से पटना के मुख्य मार्गों पर यातायात बाधित हो गया है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता।