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जनरेटर खराब होने से मुर्गी फार्म को 20 लाख का झटका, किसान ने कंपनी के खिलाफ दायर की शिकायत

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शिवाजीनगर। प्रखंड के मधुरापुर पंचायत स्थित हिंदुस्तान पोल्ट्री फार्म के मालिक ने पशुपति एग्रो बेड प्राइवेट लिमिटेड, समस्तीपुर (बिहार) के खिलाफ एक आवेदन दायर कर 20 लाख रुपये के नुकसान की भरपाई की मांग की है। फार्म मालिक का आरोप है कि महिंद्रा कंपनी के खराब जनरेटर और उनकी लापरवाही के कारण भीषण गर्मी में बिजली कटौती के दौरान लगभग 20 हजार मुर्गियों की मौत हो गई।

फार्म संचालक सुयश कुमार सिंह (पिता- कन्हैया प्रसाद सिंह) के अनुसार, उनका परिवार पिछले 17 वर्षों से यह फार्म चला रहा था और वे पिछले चार महीनों से पशुपति एग्रोबेट प्राइवेट लिमिटेड के साथ काम कर रहे थे। फार्म में 20 हजार मुर्गियाँ थीं, जिनका वजन लगभग ढाई किलो प्रत्येक था।

गर्मी से बचाव के लिए सिंह ने आठ महीने पहले महिंद्रा कंपनी का एक स्वचालित 40 केवी का जनरेटर खरीदा था। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को वह जनरेटर अचानक खराब हो गया। इसकी सूचना उन्होंने तुरंत महिंद्रा कंपनी के तकनीशियन पवन कुमार को दी।

“तकनीशियन ने जनरेटर देखा और कहा कि खराब हुआ पुर्जा एक-दो दिन में ठीक हो जाएगा। लेकिन, दो सितंबर तक भी जनरेटर की मरम्मत नहीं हुई,” सिंह ने आरोप लगाया।

इस बीच, एक सितंबर की रात एक बजे से सुबह पांच बजे तक लंबी बिजली कटौती हुई। बिजली न होने और जनरेटर के खराब रहने के कारण फार्म में वेंटिलेशन और कूलिंग सिस्टम बंद हो गया, जिससे भीषण गर्मी में हज़ारों मुर्गियों की दम घुटने से मौत हो गई।

सिंह ने अपने आवेदन में नुकसान का ब्योरा देते हुए बताया कि मरी हुई मुर्गियों का मूल्य लगभग 20 लाख रुपये था। इसके अलावा, उन्हें दवा पर 10 लाख, दाने पर एक लाख, मजदूरी पर 6 लाख 50 हजार और अन्य खर्चों पर 2 लाख 50 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।

महिंद्रा कंपनी के तकनीशियन पवन कुमार, हरीश शर्मा (पावर डीजी सर्विस), सुमित कुमार (एरिया मैनेजर), अभिषेक कुमार (फाइनेंसर) और एजेंट रंजीत कुमार झा से लगातार संपर्क के बावजूद कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। निराश होकर उन्होंने यह आवेदन पशुपति एग्रो वेट प्राइवेट लिमिटेड के पास भेजा है, ताकि उनके नुकसान की भरपाई की जा सके।

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