मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 184 रन से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, मैच के दौरान यशस्वी जायसवाल के विवादित आउट होने का मामला सुर्खियों में रहा। भारतीय दिग्गजों ने तीसरे अंपायर बांग्लादेश के शरफुदौला के फैसले पर जमकर नाराजगी जाहिर की।
क्या था मामला?
दूसरी पारी में भारत की उम्मीद बने यशस्वी जायसवाल 84 रन बनाकर खेल रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने लेग साइड पर शॉर्ट पिच गेंद डाली, जिसे यशस्वी ने फाइन लेग की ओर खेलने की कोशिश की। गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों में चली गई। मैदानी अंपायर ने यशस्वी को नॉटआउट करार दिया।
कमिंस ने डीआरएस लिया, और तीसरे अंपायर ने रिप्ले की जांच की। स्निकोमीटर पर बल्ले और गेंद का कोई संपर्क नहीं दिखा, लेकिन गेंद के डिफ्लेक्शन को सबूत मानते हुए तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट करार दे दिया।
फैसले पर भारतीय दिग्गजों का गुस्सा
इस विवादित फैसले के बाद मेलबर्न स्टेडियम में मौजूद फैंस ने “चीटर-चीटर” के नारे लगाए। वहीं, सुनील गावस्कर, इरफान पठान और रवि शास्त्री जैसे दिग्गजों ने इस फैसले को गलत बताया।
सुनील गावस्कर ने कहा, “स्निकोमीटर तकनीक का इस्तेमाल खिलाड़ी और गेंद के संपर्क का पता लगाने के लिए होता है। जब स्निकोमीटर पर कोई हलचल नहीं दिखी, तो सिर्फ डिफ्लेक्शन को आधार मानकर फैसला बदलना गलत है। यह तकनीक और नियमों के खिलाफ है।”
इरफान पठान ने भी उनकी बात का समर्थन करते हुए कहा, “ठोस सबूत के बिना मैदानी अंपायर के फैसले को पलटना अनुचित है।”
यशस्वी के अलावा आकाश दीप का भी विवादित आउट
मैच के दौरान एक और विवाद आकाश दीप के आउट होने पर हुआ। बोलैंड की गेंद उनके पैड से लगकर स्लिप पर खड़े ट्रैविस हेड के हाथों में गई। फील्ड अंपायर ने आकाश को नॉटआउट दिया। हालांकि, कमिंस ने रिव्यू लिया, और इस बार तीसरे अंपायर ने स्निकोमीटर को आधार बनाते हुए आकाश को आउट करार दिया।
भारत की दूसरी पारी बिखरी
340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 155 रन पर ढेर हो गई। इस हार के बाद तीसरे अंपायर के फैसलों पर सवाल उठे हैं। भारतीय टीम के फैंस और पूर्व खिलाड़ी आईसीसी से तीसरे अंपायरिंग के मानकों को सुधारने की मांग कर रहे हैं।
Read more :- भारत को ऑस्ट्रेलिया से 184 रनों की करारी हार, विवादित फैसले ने छीना ड्रॉ का मौका