49 वर्षों का इंतजार खत्म: शिवाजीनगर RKMGG कॉलेज में पहली बार मना स्थापना दिवस, सेवानिवृत्त कर्मियों एवं विधवाओं के लिए ऐतिहासिक पेंशन योजना की घोषणा
शिवाजीनगर (समस्तीपुर) प्रखंड अंतर्गत राधा कृष्ण मंडल गोविंद गोस्वामी इंटर महाविद्यालय (RKMGG) शिवाजीनगर के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक बन गया। 49 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद, अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के अवसर पर, महाविद्यालय का 49 वां स्थापना दिवस सह सामूहिक विदाई सम्मान समारोह भव्य रूप से आयोजित किया गया।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि का श्रेय महाविद्यालय के शासी अध्यक्ष डॉ मोहित ठाकुर एवं प्राचार्य प्रो कुंडेश्वर प्रसाद सिंहा को दिया गया, जिन्होंने 49 वर्षों में जो नहीं हुआ, वह कर दिखाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. मोहित ठाकुर, ललित कुमार सिंह (उप सचिव, भवन निर्माण, पटना), प्राचार्य प्रो. कुंडेश्वर प्रसाद सिंह, रामनाथ सिंह, अधिवक्ता मोहम्मद मुस्ताक आलम, और प्रोफेसर नंद कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों को मिथिला के पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार पाग, माला, और चादर देकर सम्मानित किया गया।
सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए ऐतिहासिक पेंशन की घोषणा
समारोह की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक घोषणा महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा की गई पेंशन योजना रही।
प्राचार्य कुंडेश्वर प्रसाद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा, “जब से हम इस कॉलेज के प्रधान के रूप में आए हैं, तब से अथक प्रयास कर अध्यक्ष के माध्यम से कॉलेज पर बकाया सभी बिलों का भुगतान किया है। और सबसे बड़ी बात, कॉलेज के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति पेंशन एवं विधवाओं को भी पेंशन दीपावली से पूर्व भुगतान की तैयारी चल रही है।”
शाशी अध्यक्ष डॉ मोहित ठाकुर ने इस योजना को विस्तार देते हुए कहा, “संस्था सर्वोपरि है। अब 30% डेवलपमेंट फंड से कॉलेज के सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्रतिमाह 3000 रुपये, नॉन-टीचिंग स्टाफ को 2000 रुपये, और उसके नीचे के कर्मियों को 1500 रुपये पेंशन दिया जाएगा।”
उन्होंने आगे घोषणा की, “मृतक शिक्षकों की विधवाओं को 1200 रुपये, शिक्षकेतर कर्मचारियों की विधवाओं को 900 रुपये, एवं तृतीय कर्मचारियों को 1200 रुपये पेंशन के रूप में दीपावली से पूर्व उनके खाते में भुगतान किया जाएगा।” डॉ. ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में शिक्षकों की नियुक्ति आरक्षण के आधार पर की जाएगी।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संस्थापकों की मूर्ति पर जोर
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामदेव राय ने कहा कि यह धरती विकास की धरती रही है, लेकिन 49 वर्षों बाद स्थापना दिवस मनाया जाना एक बड़ी बात है। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि इस महाविद्यालय का सरकार द्वारा अधिग्रहण नहीं हो सका, और यहाँ के शिक्षकों को वेतन की जगह अनुदान राशि मिलती है।

भवन निर्माण विभाग, पटना के उप सचिव ललित कुमार सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही बच्चों को ऊंचे पदों पर ले जा सकती है। उन्होंने महाविद्यालय प्रांगण में संस्थापकों राधा कृष्ण मंडल और गोविंद गोस्वामी जी महाराज की प्रतिमा लगाने का सुझाव दिया और इसके लिए शिवाजीनगर के लोगों से अंशदान करने की अपील की।
उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मुस्ताक आलम ने कहा, “1990 से हम इस कॉलेज के कानूनी मामले देख रहे हैं। मुझे इस कॉलेज से पूरा लगाव है और इसके विपक्ष में लड़ने वाला जरूर हार जाता है।”
सेवानिवृत्त कर्मियों को भावभीनी विदाई
इस अवसर पर महाविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को भावभीनी विदाई दी गई।
पूर्व प्राचार्य रामनाथ सिंह, निर्मल प्रसाद सिंह, शोभित कुमार सिंह, मोहम्मद फिरदौस, चंद्रशेखर महतो, नरेंद्र कुमार सिंह, बैजू प्रसाद मेहता, जनार्दन सिंह, लाल बिहारी सिंह, जगदीश सिंह, रामचंद्र सिंह, गंगा प्रसाद सिंह, शुभ कला देवी सहित अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को अंग वस्त्र, पाक, चादर, माला, जूता, छाता, बैग, कलम, और ‘शिवाजी नगर के कर्म वीर’ नामक पुस्तक देकर सम्मानित किया गया।
लगभग सभी वक्ताओं ने प्रबंधन समिति से कॉलेज परिसर में संस्थापकों राधा कृष्ण मंडल, गोविंद गोस्वामी के साथ-साथ राम लखन बाबू एवं भोला बाबू की मूर्ति स्थापित करने की भी मांग की।
ये रहे मौजूद
मंच का संचालन पूर्व प्रधानाध्यापक राज नारायण सिंह ने किया। इस ऐतिहासिक मौके पर विधायक अशोक कुमार मुन्ना, उनकी धर्मपत्नी, पुत्र मृगांक मृणाल, संजय कुमार पटेल, राजकुमार सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम जन्म सिंह, बैद्यनाथ प्रसाद सिंह, मणिकांत सिंह, डॉक्टर हेमंत कुमार सिंह, समेत कई गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।





