जिसे समझा हत्या, वो निकला दर्दनाक हादसा; CCTV फुटेज ने सुलझाई पैथोलॉजी लैब संचालक की मौत की गुत्थी
समस्तीपुर/हसनपुर: समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुई पैथोलॉजी लैब संचालक की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जिस घटना को अब तक परिजन और स्थानीय लोग हत्या मान रहे थे, वह पुलिस जांच में एक दर्दनाक सड़क हादसा निकली है। रोसड़ा डीएसपी ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस रहस्य से पर्दा उठाया है।
क्या था पूरा मामला?
बुधवार की सुबह हसनपुर-सखवा मुख्य मार्ग पर गंगा सागर पोखर के पास एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। मृतक की पहचान बिथान थाना क्षेत्र के सखवा वार्ड चार निवासी भीखो यादव के 21 वर्षीय पुत्र अनीश कुमार के रूप में हुई थी, जो पेशे से एक पैथोलॉजी लैब संचालक थे।
शव पेट्रोल पंप और परीदह पुल के बीच सड़क किनारे पड़ा मिला था। अनीश के सिर के पिछले हिस्से और शरीर पर गहरे जख्म थे। शव से करीब 100 मीटर की दूरी पर उनकी बुलेट बाइक झाड़ियों में लावारिस हालत में मिली थी।
परिजनों ने लगाया था हत्या का आरोप
घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। शव की स्थिति और बाइक की दूरी को देखते हुए परिजनों ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया था। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम कर जमकर प्रदर्शन भी किया था। परिजनों के लिखित आवेदन पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
CCTV फुटेज ने खोला राज: हत्या नहीं, हादसा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू की। रविवार को रोसड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) संजय कुमार सिन्हा ने मामले का पटाक्षेप करते हुए बताया कि यह हत्या नहीं, बल्कि एक्सीडेंट है।
जांच में सामने आई ये बातें: पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। फुटेज में साफ देखा गया कि:
- पैथोलॉजी लैब संचालक अनीश अपनी बुलेट बाइक पर सवार होकर तेज गति से जा रहे थे।
- उनके आगे एक बैलगाड़ी चल रही थी।
- रफ्तार तेज होने के कारण अनीश अपनी बाइक से नियंत्रण खो बैठे और बैलगाड़ी में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।
- टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अनीश सड़क किनारे गिर गए, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं, और उनकी बाइक छिटक कर दूर जा गिरी।
पुलिस का बयान
रोसड़ा डीएसपी संजय कुमार सिन्हा ने पुष्टि करते हुए कहा, “जांच और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि पैथोलॉजी संचालक की हत्या नहीं हुई थी, बल्कि उनकी मौत सड़क दुर्घटना में हुई है।”
