28 जनवरी को नितीश कुमार ने (जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस का गठबंधन) के साथ महागबंधन अलग होकर सीएम पद से इस्तीफ़ा दे दिया और बीजेपी, जेडीयू और अन्य दल साथ मिलकर के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
तेजस्वी यादव भी समीकरण बदलने में लगे हुए थे। 12 फरवरी को विधानसभा में विश्वास मत पेश होने से पहले दोनों पार्टियों से समीकरण बदल देने की बहुत बयान बाजियां हुई या फिर कहिये ‘खेला’ होने वाला था।
12 फरवरी यानी विश्वास मत वाले दिन JDU को 129 वोट आ गए जो कि इनके विधायको की संख्या से भी ज्यादा था। तेजस्वी यादव के खुद के पार्टी के तीन विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव ने JDU के पक्ष में वोट कर दिया।
बिहार में एक बार फिर सरकार बदली है लेकिन मुख्यमंत्री नहीं अब देखना यह होगा कि हालात बदलेंगे कि नहीं।