शिवाजीनगर: PM मोदी की दिवंगत मां पर अभद्र टिप्पणी के खिलाफ BJP का चक्का जाम, कर्पूरी चौक पर गूंजे नारे
शिवाजीनगर (समस्तीपुर)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत माताजी के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। इसी के विरोध में गुरुवार को शिवाजीनगर प्रखंड के तीनों मंडलों (पश्चिमी, पूर्वी एवं उत्तरी) के सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
कर्पूरी चौक पर चक्का जाम, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
आक्रोशित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कर्पूरी चौक के पास बरियाही घाट पुल पर चक्का जाम कर यातायात को बाधित कर दिया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पश्चिमी मंडल अध्यक्ष संतोष कुमार बबली, पूर्वी मंडल अध्यक्ष ललित कुमार झा एवं उत्तरी मंडल अध्यक्ष सरोज कुमार ने संयुक्त रूप से किया। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।
नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री की दिवंगत मां के लिए ऐसे अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पार्टी नेतृत्व और केंद्र सरकार से इस मामले में संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की अपील की, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की गिरी हुई हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
प्रदर्शन में शामिल हुए कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता

इस विरोध प्रदर्शन में बीजेपी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रमुख रूप से महामंत्री शंभू झा, मंडल मीडिया प्रभारी सह आईटी सेल गोपाल किशोर सिंह, युवा मोर्चा अध्यक्ष माधव झा, पंचायत अध्यक्ष सरवन झा, विधानसभा आईटी सेल सह सोशल मीडिया प्रभारी नवीन कुमार सिंह, जिला युवा मोर्चा उपाध्यक्ष गुंजन सिंह, पंकज कुमार, शिवजी मंडल, रामबालक राय, महेंद्र नारायण चौधरी, शिवशंकर सिन्हा उर्फ छोटू, कैलाश पंडित, दिनेश कुमार, नवीन कुमार, मनीष कुमार, जिला प्रवक्ता सह वारिसनगर विधानसभा संयोजक राहुल चौधरी, मंडल महामंत्री सुरेंद्र कुमार सुमन, मंत्री कुमार प्रभाकर, कोषाध्यक्ष पिंटू कुमार, पंचायत अध्यक्ष आकाश कुमार, रमेश, हरि नारायण सिंह, रामचंद्र सिंह, रंजीत कुमार सिंह और कन्हैया कुमार मौजूद रहे।
“यह लड़ाई सांस्कृतिक मूल्यों की है”
कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि उनका यह विरोध किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि देश के सांस्कृतिक मूल्यों और पारिवारिक गरिमा की रक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेद अपनी जगह हैं, लेकिन किसी के परिवार, विशेषकर एक दिवंगत मां का अपमान करना भारतीय संस्कृति का घोर अपमान है।
हालांकि प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा, लेकिन चक्का जाम के कारण कुछ समय के लिए स्थानीय आवागमन प्रभावित हुआ, जिससे लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। पूरा कार्यक्रम प्रशासन की निगरानी में संपन्न हुआ।