शिवाजीनगर: घिवाही पंचायत की महिलाओं के लिए बड़ी सौगात, जानकी बाजार APHC में अब मिलेगी PMSMA और ANC की सुविधा
समस्तीपुर/शिवाजीनगर: प्रखंड अंतर्गत घिवाही पंचायत और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं के लिए एक राहत भरी खबर है। अब उन्हें प्रसव पूर्व जांच और विशेषज्ञ सलाह के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। मंगलवार को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) जानकी बाजार में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) और एएनसी (ANC) सेवा का विधिवत शुभारंभ किया गया।
इस नई सुविधा के शुरू होने से ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में एक नया अध्याय जुड़ा है। उद्घाटन समारोह में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।
दीप प्रज्वलन कर हुआ शुभारंभ

कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और परसा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य केंद्र परिसर में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया।
मौके पर डॉक्टर सुभाष कुमार, डॉक्टर सौम्या पिरामल, यूनिसेफ के बीएमसी (BMC) विक्रम कुमार चौधरी, एएनएम विनीता कुमारी, एएनएम अमृता कुमारी, स्टाफ नर्स मानसिंह मीणा, कार्यालय परिचारी सुरेश प्रसाद सिंह और लैब टेक्नीशियन दिनेश कुमार झा विशेष रूप से उपस्थित थे।
हर महीने इन तारीखों को मिलेगी विशेष सुविधा

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अब जानकी बाजार अस्पताल में नियमित रूप से माह की 9, 15 और 21 तारीख को गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (ANC) की जाएगी।
जांच में मिलने वाली सुविधाएं:
- वजन और रक्तचाप (Blood Pressure) की जांच।
- हीमोग्लोबिन और शुगर टेस्ट।
- अल्ट्रासाउंड की सुविधा।
- नियमित टीकाकरण और पोषण संबंधी सलाह।
सुरक्षित प्रसव और जच्चा-बच्चा सुरक्षा है प्राथमिकता

चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करना और मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। इस अभियान के तहत महिलाओं को निःशुल्क विशेषज्ञ परामर्श दिया जाएगा। यदि किसी गर्भवती महिला की स्थिति जटिल पाई जाती है, तो उसे बेहतर इलाज के लिए तत्काल उच्च स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर करने की व्यवस्था भी की जाएगी।
यूनिसेफ ने की पहल की सराहना
कार्यक्रम में मौजूद यूनिसेफ के बीएमसी विक्रम कुमार चौधरी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में घर के नजदीक ऐसी सुविधाओं का मिलना वरदान से कम नहीं है। उन्होंने कहा, “समय पर जांच और सही चिकित्सीय सलाह से गर्भावस्था के दौरान आने वाली जटिलताओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। नियमित एएनसी चेकअप से जच्चा और बच्चा दोनों के स्वास्थ्य में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।”
पंचायत के हर घर तक पहुंचेगी जानकारी
मुखिया प्रतिनिधि ने इस नई शुरुआत पर खुशी जाहिर करते हुए स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि कोई भी गर्भवती महिला इस निशुल्क जांच सुविधा से वंचित न रहे।
उद्घाटन के पहले ही दिन कई गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई। चिकित्सकों द्वारा उन्हें आवश्यक दवाइयां दी गईं और खान-पान में पौष्टिक आहार लेने के सुझाव दिए गए। इस पहल से घिवाही पंचायत सहित आसपास के दर्जनों गांवों की महिलाओं को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर इलाज मिल सकेगा।
