शिवाजीनगर प्रखंड के 8 पंचायतों में लगे समग्र सेवा शिविर, बीडीओ ने किया निरीक्षण ,दलित- महादलित टोलों में चला विशेष जागरूकता अभियान, दर्जनों को मिला योजनाओं का लाभ
शिवाजीनगर प्रखंड अंतर्गत जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार को शिवाजीनगर प्रखंड अंतर्गत आठ पंचायतों जाखर धरमपुर, शंकरपुर, मथुरापुर, रहटौली, बल्लीपुर, दहियार रन्ना, बंधार और करियन पंचायतों के दलित एवं महादलित टोलों में डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
यह शिविर अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के सामाजिक व आर्थिक उत्थान को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए गए थे। शिविरों का आयोजन गुठली चमार टोल, मेघुलिया चमार टोल, वांतर टोल वार्ड 3, मुसहर टोल भतही वार्ड 7, पासवान टोल हरिहरपुर, गरीबसंतपुर रविदास टोल, घोवी टोल, मुसहर टोल धोबियाही वार्ड 8, फुलवरिया चमार टोल, महदेवा, रानीपरती और नंदे नगर टोला सहित कई जगहों पर किया गया। शिविरों में राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, ई-श्रम कार्ड, पेंशन योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, मुख्यमंत्री नल-जल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जन-धन योजना, शिक्षा, बिजली, आंगनबाड़ी सेवाएं, आधार कार्ड निर्माण, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, स्वच्छ भारत मिशन, मुख्यमंत्री टोला संपर्क योजना समेत अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
मौके पर उपस्थित कर्मियों ने पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ भी दिया। बीडीओ आलोक कुमार सिंह ने सभी पंचायतों में लगे शिविरों का भ्रमण कर निरीक्षण किया। उन्होंने शिविर में तैनात कर्मियों एवं पदाधिकारियों से कार्य की प्रगति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि विकास मित्रों द्वारा पहले से जमा किए गए आवेदनों का निष्पादन प्राथमिकता पर किया जाए। उन्होंने कहा कि शिविरों में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निष्पादन कर लाभार्थियों को मौके पर ही लाभ उपलब्ध कराया जाए। बीडीओ ने यह भी निर्देश दिया कि शिविर के अतिरिक्त अन्य दिनों में कर्मी एससी-एसटी टोलों में घर-घर जाकर ऐसे परिवारों की पहचान करें, जो अब तक सरकारी योजनाओं से वंचित हैं। योग्य परिवारों को सूचीबद्ध कर उन्हें योजनाओं से जोड़ना प्रशासन की प्राथमिकता है। शिविरों में दर्जनों आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से कई का निष्पादन मौके पर ही कर दिया गया, शेष को अगली तिथि से पूर्व पूरा करने का निर्देश दिया गया है।प्रखंड प्रशासन की इस पहल से दलित महादलित समुदाय में उत्साह देखा गया और लोगों ने बड़ी संख्या में शिविरों में भाग लिया।
