पटना: मंगलवार की सुबह बिहार में भूकंप ने सबको झकझोर दिया। तीव्रता थी 7.01 मैग्नीट्यूड! सुबह 6:32 बजे, जब लोग गहरी नींद में थे, धरती थरथराने लगी। पटना, गोपालगंज, भागलपुर और अन्य जिलों के लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। क्या आपको ऐसा महसूस हुआ?
नेपाल में भूकंप का केंद्र क्या है?
गोकर्णेश्वर से महज 3 किलोमीटर दूर, धरती की गोद में 10 किलोमीटर गहराई में। क्या आपने महसूस किया? बिहार, यूपी और दिल्ली-एनसीआर में इसका असर झेला गया। भूकंप नेटवर्क ऐप ने यह जानकारी दी।
सुबह की नींद में खलल डालते झटके!
जैसे ही धरती ने थरथराई, लोग चौंक कर उठ बैठे। घबराए हुए, सभी ने घरों से बाहर निकलकर खुली जगहों पर इकट्ठा होना शुरू कर दिया। सोसायटियों में अफरा-तफरी मच गई। लेकिन, शुक्र है, अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई। क्या ये एक चेतावनी थी? नेपाल के लोबुचे से 84 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में, भूकंप का केंद्र था। क्या आप जानते हैं? इसका झटका उत्तर बिहार, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में भी महसूस हुआ!
प्रशासन की सजगता बढ़ी है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से कहा है, “सतर्क रहिए!” अफवाहों से दूर रहना ही समझदारी है। भूकंप के बाद झटकों का खतरा अभी टला नहीं है।विशेषज्ञों का कहना है, “भूकंप के वक्त क्या करें?” मजबूत छतों के नीचे छिपें, या खुली जगहों पर रहें। सुरक्षा का ये मंत्र कभी न भूलें!
आपदा प्रबंधन टीम चौकस है! राज्य सरकार ने उन्हें पूरी तरह से तैयार रहने का आदेश दिया है। क्या आप जानते हैं, हर संकट के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं?