गनौली गांव के जंगल में भीषण आग, ग्रामीणों के सामूहिक प्रयास से काबू; देसी शराब निर्माण की सामग्री मिली
शिवाजी नगर : गनौली गांव के करेह नदी के पूर्वी और उत्तर वारी ढाब के निकट स्थित जंगल में शनिवार को भीषण आग लग गई। ग्रामीणों ने पानी और सफेद रेत की मदद से घंटों मशक्कत कर आग पर काबू पाया। जांच में नदी किनारे ढाब के पास देसी शराब बनाने की सामग्री मिली.
घटना का विवरण:
दोपहर के करीब वारी ढाब के समीप जंगल में अचानक आग की लपटें उठने लगीं। तेज हवा के कारण आग तेजी से फैलकर पेड़-पौधों को अपनी चपेट में लेने लगी। ग्रामीणों ने सूचना मिलते ही पानी की बाल्टियां और सफेद रेत लेकर मौके पर पहुंचे। करीब तीन घंटे के संघर्ष के बाद उन्होंने आग पर नियंत्रण कर लिया। इस दौरान फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तब तक ग्रामीणों ने स्थिति संभाल ली थी।

जांच में चौंकाने वाला खुलासा:
आग शांत होने के बाद ग्रामीणों ने नदी किनारे ढाबा के पास खोजबीन की तो एक प्लास्टिक कंटेनर (टीना) में देसी शराब बनाने की सामग्री पाई गई। ग्रामीणों का आरोप है कि यह अवैध गतिविधि आग लगने का कारण बनी होगी। स्थानीय लोगों ने पुलिस से मांग की है शराब निर्माण में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
पर्यावरण को भारी नुकसान:
आग से जंगल के बड़े हिस्से में लगे पेड़, झाड़ियां और हरियाली जलकर नष्ट हो गई। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि जले हुए पेड़ों को हटाकर नए पौधे लगाए जाएं और जंगल की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ाई जाए।
प्रशासन की कार्रवाई:
मामले की जांच के लिए पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने आग के कारणों और अवैध शराब निर्माण के सबूतों की जांच शुरू की है। ग्रामीणों के साहस और सामुदायिक प्रयास की सराहना करते हुए एसडीएम कार्यालय ने ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए अतिरिक्त निगरानी का आश्वासन दिया है।
स्थिति अब नियंत्रण में:
हालांकि आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन जंगल की पारिस्थितिकी को पहुंचे नुकसान को लेकर चिंता बनी हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि समय रहते आग नहीं रोकी गई होती, तो यह आसपास के घरों तक भी फैल सकती थी।
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