प्रखंड अंतर्गत खरीफ महाअभियान सह महोत्सव 2023 प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन शिवाजीनगर प्रखंड मुख्यालय स्थित मनरेगा भवन सभागार में गुरुवार को किया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन संयुक्त रूप से प्रखंड प्रमुख डॉक्टर गोविंद कुमार, अंचलाधिकारी प्रिया आर्यानी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी उमेश बैठा , , डॉ अभिषेक कुमार,डॉ ईमटिनुंग ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया कृषि वैज्ञानिक डॉ अभिषेक कुमार ने उपस्थित किसानों से कहा कि मौसम के बदलते परिवेश में धान की सीधी बुआई एक विकल्प है। जैसा बीज बोएंगे वैसी ही फसल होगी।
अब किसान समझने लगे हैं कि पुरानी पद्धति को छोड़ नई पद्धति अपनाकर ही अधिक पैदावार की जा सकती है। अब देखादेखी खेती की जा रही है। किसान वैज्ञानिक तरीका अपना कर अधिक फसल उपजा रहे हैं। कहा कि सरकारी व निजी क्षेत्र दोनों को मिलाकर अभी तक धान के लगभग 30 तरह शंकर, धान को देश भर में विकसित किया गया है। संकर धान का बीज काफी महंगा है। किसान प्रभेद के अनुसार संकर धान की खेती से औसत 60-90 क्विटल प्रति हेक्टेयर तक उपज प्राप्त किया जा सकता है। बशर्ते श्रीविधि से खेती करना होता है। संकर धान का बिचड़ा 25 जून तक खेतों में गिरा दें।
लेकिन किसान ऐसा नहीं करते हैं वे समय से पूर्व ही बिचड़ा खेतों में लगा देते हैं। जिसका नतीजा होता है कि समय पर धान की रोपाई नहीं कर पाते हैं और उपज भी कम हो सकता है। वैज्ञानिक डॉ ईमटिनुंग ने उपस्थित किसानों से कहा कि किसान सिर्फ धान, गेहूं, मक्का, दलहन, तेलहन आदि पर निर्भर नहीं रहे। मछली, मुर्गा, बकरी, गाय पालन के अलावा सब्जी की खेती कर भी अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। किसान टमाटर, प्याज, बैगन, मशरूम, आलू आदि की खेती वैज्ञानिक तरीके से कर भी अच्छी आमदनी कर सकते हैं। कार्यशाला में कृषि समन्वयक मणिकांत चौधरी, पुरुषोत्तम कुमार, दीपक कुमार, कैलाश कुमार, प्रखंड अध्यक्ष कांग्रेश नंदू कुमार चौधरी , लोजपा राम प्रसाद सिंह पुष्पेंद्र कुमार किसान सलाहकार संजय कुमार, विशंभर नाथ, रामभरोस सिंह मुकेश कुमार ,एटीएम आतीष कुमार, एवं प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आए किसान व स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
शिवाजीनगर समस्तीपुर एस न्यूज़ सुरेश कुमार सिंह