बिहार में बिजली बिल का नया ‘गेम चेंजर’ प्लान!
अब हर महीने बिजली की दरें घटेंगी या बढ़ेंगी, BERC का बड़ा फैसला
बिहार के 2.7 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर! अब हर महीने बिजली बिल में बदलाव देखने को मिलेगा। बिहार इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (BERC) ने बिजली कंपनियों को यह अधिकार दे दिया है कि वे तेल और कोयले की कीमतों के आधार पर बिजली की दरें तय कर सकें।
कैसे काम करेगा यह नया सिस्टम?
- हर महीने होगा बदलाव:
तेल और कोयले की कीमतें बढ़ने पर बिजली दरें बढ़ेंगी, घटने पर दरें कम होंगी। - बिल होगा पारदर्शी:
कंपनियों को बिल में साफ-साफ लिखना होगा कि किस महीने की दरों में कितना बदलाव हुआ। - हर महीने नया सरप्राइज:
मार्च में कोयले की कीमत बढ़ी, तो अप्रैल में बिजली महंगी। अगर मई में कीमतें घटीं, तो जून में बिजली सस्ती।
पहले क्या था सिस्टम?
पहले साल में सिर्फ एक बार बिजली दरें तय होती थीं। कंपनियों को तेल-कोयले की कीमतों में बदलाव के लिए BERC की अनुमति लेनी पड़ती थी। लेकिन अब कंपनियां स्वतंत्र रूप से हर महीने दरें बदल सकेंगी।
आपके लिए क्या बदलेगा?
- फायदा भी, सतर्कता भी:
ईंधन की कीमतें कम होने पर आपको सस्ती बिजली मिलेगी। लेकिन ज्यादा खर्च वाले महीनों में बिल बढ़ सकता है। - सालाना रिव्यू:
अगर उपभोक्ताओं से ज्यादा वसूली हुई, तो अगले साल इसकी भरपाई की जाएगी।
क्यों लिया गया यह फैसला?
- तेल और कोयले की कीमतों में आए दिन उतार-चढ़ाव।
- उपभोक्ताओं को फ्लेक्सिबल दरों का फायदा देने के लिए।
- कंपनियों के कामकाज को प्रभावी और तेज बनाने के लिए।
क्या आपको बिजली सस्ती मिलेगी?
अगर 1 अप्रैल 2024 से 19 दिसंबर 2024 तक ईंधन की कीमतों में गिरावट जारी रही, तो नए साल में बिजली बिल सस्ता हो सकता है।
बिजली का बिल चेक करना न भूलें!
अब हर महीने आपकी जेब पर असर पड़ने वाला है। यह सिस्टम आपके लिए राहत भी ला सकता है और नई चुनौती भी। तेल-कोयला बनेंगे आपके बिजली बिल के नए बॉस!
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