रोसड़ा में दर्दनाक सड़क हादसा, इलाज कराने जा रही शिक्षिका की मौत, गांव में पसरा मातम
रोसड़ा/शिवाजीनगर (समस्तीपुर): सड़क हादसों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ऐसे ही दर्दनाक हादसे ने शिवाजीनगर प्रखंड के डुमरा मोहन पंचायत को झकझोर कर रख दिया है। शुक्रवार को रोसड़ा के डाक बंगला चौक के समीप हुए एक भीषण सड़क हादसे में शिक्षिका मालती कुमारी (53 वर्ष) की मौत हो गई।
वह अपने पति के साथ बाइक से इलाज कराने जा रही थीं, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। पटना के मेदांता अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष करने के बाद आखिरकार वे जिंदगी की जंग हार गईं। उनकी मौत की खबर मिलते ही वार्ड संख्या-3 स्थित उनके पैतृक गांव में कोहराम मच गया।
काल बनकर आया शुक्रवार का दिन
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षिका मालती कुमारी शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे अपने पति के साथ बाइक पर सवार होकर रोसड़ा स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज के लिए जा रही थीं। जैसे ही वे रोसड़ा के डाक बंगला चौक के समीप पहुंचे, एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मालती कुमारी सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं। आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें रोसड़ा अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए समस्तीपुर रेफर किया गया, और अंततः बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल ले जाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके।
घर पहुंचते ही मच गई चीख-पुकार
पोस्टमार्टम के बाद जब शिक्षिका का शव एंबुलेंस से उनके गांव डुमरा मोहन पहुंचा, तो दृश्य अत्यंत हृदयविदारक था। शव देखते ही परिजनों के सब्र का बांध टूट गया। उनके पति बार-बार बेसुध हो रहे थे, वहीं पुत्र अनुरोध कुमार और तीनों विवाहित पुत्रियों के क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया।
मृतिका मालती कुमारी न केवल एक कुशल शिक्षिका थीं, बल्कि अपने मृदु व्यवहार, सादगी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए पूरे क्षेत्र में जानी जाती थीं। एक भरे-पूरे परिवार की धुरी का अचानक इस तरह चले जाना हर किसी को स्तब्ध कर गया है।
विधायक और गणमान्य लोगों ने दी सांत्वना
घटना की सूचना मिलते ही वारिसनगर के विधायक मंजरिक मृणाल अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। उन्होंने शोकाकुल परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की और इस दुख की घड़ी में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। विधायक ने कहा कि एक शिक्षिका की असामयिक मृत्यु समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
इसके अलावा, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और शिक्षकों का तांता भी उनके घर पर लगा रहा। शोक व्यक्त करने वालों में मुख्य रूप से शामिल थे:
- मुखिया पुत्र सह समाजसेवी संतोष कुमार सिंह
- पूर्व बीआरपी सह प्रधानाध्यापक बालमुकुंद सिंह
- प्रधानाध्यापक सुभाष सिंह
- पूर्व मुखिया वीरेंद्र कुमार, संजीत कुमार, श्याम बालक सिंह
- जदयू प्रखंड अध्यक्ष किशोरी प्रसाद सिंह
- संजीव कुमार सिंह, कमलदेव पासवान, राजाराम पासवान
सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। फिलहाल, इस घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है और लोग सड़क सुरक्षा व बेलगाम वाहनों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
