NASA : के क्रू-10 ने ISS पर किया सफलतापूर्वक डॉकिंग, विलियम्स और विल्मोर की वापसी का रास्ता साफ
NASA : नासा के अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए नए चालक दल, क्रू-10 ने रविवार सुबह सफलतापूर्वक डॉकिंग पूरी कर ली है। यह मिशन भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर के पृथ्वी पर लौटने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार क्रू-10 सुबह 9:40 बजे (IST) आईएसएस से जुड़ गया। यह मिशन क्रू-9 के सदस्यों की वापसी को तेज़ करने के लिए तेज़ गति वाले शेड्यूल पर चलाया गया।
क्रू-10 का स्वागत, ISS पर 11 सदस्यों का जमावड़ा
NASA : क्रू-10 में नासा की एन मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के ताकुया ओनिशी, और रोस्कोस्मोस के कॉस्मोनॉट किरिल पेस्कोव शामिल हैं। उन्होंने स्वायत्त डॉकिंग प्रक्रिया को बिना किसी दिक्कत के पूरा किया, जिसकी निगरानी ISS पर मौजूद दल ने भी की।

नए सदस्यों का वर्तमान एक्सपीडिशन-72 दल (नासा के निक हेग, डॉन पेटिट, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और रोस्कोस्मोस के अलेक्जेंडर गोर्बुनोव, एलेक्सी ओवचिनिन, इवान वाग्नर) ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके साथ ही ISS पर कुल 11 सदस्यों का अस्थायी समूह बन गया है।
विलियम्स और विल्मोर का लंबा सफर: स्टारलाइनर से ड्रैगन तक
NASA : यह क्रू एक्सचेंज सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के लिए खासा अहम है, जिनका बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल पर शुरू हुआ मिशन तकनीकी खराबियों (हीलियम लीक और थ्रस्टर खराबी) के चलते अनिश्चितकाल तक बढ़ गया था। उन्हें 5 जून 2024 को एक छोटे टेस्ट मिशन पर लॉन्च किया गया था, लेकिन वापसी में देरी हुई।
महीनों की जांच और मरम्मत के बाद नासा ने उनकी वापसी के लिए स्टारलाइनर के बजाय स्पेसएक्स के कैप्सूल का विकल्प चुना। हालांकि, नए ड्रैगन कैप्सूल के बैटरी सिस्टम में मरम्मत की जरूरत के कारण उनकी वापसी मध्य मार्च तक टल गई। तेजी लाने के लिए नासा ने क्रू-10 के लिए पहले इस्तेमाल किए गए ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग किया।
वैश्विक चर्चा में छाई रही लंबी अवधि
विलियम्स और विल्मोर का लगभग 9 महीने तक चला यह मिशन दुनियाभर में चर्चा का विषय बना रहा। अंतरिक्ष में इतनी लंबी अवधि तक रुकने के पीछे स्टारलाइनर की तकनीकी खामियों को मुख्य वजह बताया गया। नासा के प्रवक्ता ने कहा, “सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। इसलिए हमने स्पेसएक्स के साथ साझेदारी कर सही फैसला लिया।”