परसा गांव में भीषण अग्निकांड: 5 घर जलकर राख, लाखों का नुकसान
बिहार। शनिवार देर शाम परसा पंचायत के तेलिया टोल वार्ड नंबर-1 में एक भीषण आग लगने से पांच घर पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए। अचानक लगी इस आग ने ग्रामीणों की जिंदगी को तबाह कर दिया, जिसमें नगदी, अनाज, फर्नीचर, कपड़े और पशुधन सहित लाखों रुपए की संपत्ति स्वाहा हो गई।
आग कैसे फैली?
घटना तब हुई जब शाम के समय अचानक एक घर से आग की लपटें उठनी शुरू हुईं। तेज हवा के कारण आग तेजी से पड़ोसी घरों में फैल गई। ग्रामीणों ने बहेड़ी और सिंघिया स्थित फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन आग का कहर इतना भयावह था कि मदद पहुंचने तक पांचों घर राख में तब्दील हो चुके थे। रोसेड़ा से बड़ी फायर टेंडर, सिंघिया और बहेड़ी से छोटी गाड़ियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर घंटों संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया।
जान-माल का भारी नुकसान
आग में उपेंद्र मंडल, गाजो मंडल, रामनारायण मंडल, जनता कुमार, सुमन कुमार और अजय कुमार के घर पूरी तरह नष्ट हो गए। ग्रामीणों के अनुसार, इस घटना में 6 गायें और एक दर्जन बकरियां भी जलकर मर गईं। हालांकि, शिवाजी नगर के पशु चिकित्सा अधिकारियों ने अभी तक केवल 3 गायों की मौत की पुष्टि की है।
परिवारों पर मुसीबतों का पहाड़
आग के समय अधिकांश परिवार घर पर नहीं थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि 7 तारीख को एक परिवार की बेटी की शादी हुई थी, जिसके बाद वे ससुराल चले गए थे। इसी दौरान आग लगने से उनका सारा सामान नष्ट हो गया। पीड़ित परिवारों के लोग रोते-बिलखते नजर आए और उन्होंने तत्काल सहायता की गुहार लगाई।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने दिलाई सांत्वना
घटनास्थल पर पहुंचे पंचायत समिति सदस्य सरोज कुमार और अन्य जनप्रतिनिधियों ने पीड़ितों को सांत्वना देते हुए सरकारी मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। शिवाजीनगर आंचल की अधिकारी वीणा भारती ने बताया, “घटना की जांच के बाद सरकारी नियमों के अनुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा।”
अब क्या है स्थिति?
आग लगने के कारणों की जांच चल रही है। प्राथमिक अनुमान के मुताबिक, बिजली शॉर्ट सर्किट या चूल्हे की आग से घटना हो सकती है। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ितों को अस्थायी आश्रय और राहत सामग्री उपलब्ध कराने का भी वादा किया है। ग्रामीणों ने सुरक्षा उपायों को लेकर प्रशासन से गंभीर पहल की मांग की है।