दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 अप्रैल को दिल्ली विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सदन में एक कहानी सुनाई।
अरविंद केजरीवाल: कहानी का शीर्षक बताया, ‘चौथी पास राजा’। अरविंद केजरीवाल ने कहा- “अगर आपके देश में महंगाई है। अगर आपके देश में समस्याएं हैं। आपके देश में सब कुछ गड़बड़ चल रहा है। तो सबसे पहले जांच-परख के देखो, आपका राजा कहीं अनपढ़ तो नहीं है। अगर आपके देश में बेरोजगारी है, बहुत सारी समस्याएं हैं। जरा देखो कि आपके राजा का कहीं कोई दोस्त तो नहीं है।
अरविंद केजरीवाल: अगर है, तो सबसे पहले अपने राजा को उखाड़ के फेंको नहीं तो आपकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो।”अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मंत्री पे निशाना साधते हुए ‘चौथी पास राजा’ कहानी सुनाई- मेरी कहानी में रानी नहीं है।बस राजा है। ऐसा राजा जो अनपढ़ था, चौथी पास था। बेहद अहंकारी था। पैसे की इतनी हवस थी, इतना भ्रष्टाचारी राजा था। एक गांव में गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ। ज्योतिषी ने कहा कि माई तेरा लड़का बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा। गांव में स्कूल था।
अरविंद केजरीवाल: लड़का स्कूल जाता था। उसका पढ़ने-वढ़ने में मन नहीं लगता था। किसी तरह उसने चौथी की और चौथी के बाद उसने स्कूल छोड़ दिया। गांव के पास एक रेलवे स्टेशन था। घर का खर्चा चलाने के लिए वो लड़का स्टेशन पर चाय बेचने लगा। लड़के को भाषण देने का बड़ा शौक था। सारे गांव के लड़कों को इकट्ठा कर लेता और भाषण देता। बड़ा होकर वो देश का राजा बन गया। पूरे देश में उसका नाम हो गया चौथी पास राजा। लोग उसको ‘चौथी पास राजा’ कहते थे। उसे आता-जाता कुछ था नहीं। पढ़ा-लिखा था नहीं. अफसर आते, कुछ-कुछ अंग्रेजी में चपड़-चपड़ करते, उसे समझ नहीं आता। अफसर जो मर्जी उससे साइन करा कर ले जाते। पता नहीं किस-किस चीज पर चौथी पास राजा ने साइन कर दिए। धीरे-धीरे राजा को ये बुरा लगने लगा कि ये मुझे चौथी पास, चौथी पास कहते हैं। तो उसने एक फर्जी डिग्री बनवा ली।
अरविंद केजरीवाल: कहीं से फर्जी डिग्री बनवा कर ले आया MA की और बोला मैं MA पास हूँ। लोगों को लगा कि ये ठीक नहीं है, हमारा राजा फर्जी डिग्री बना कर ले आया। तो लोगों ने RTI डाली और जो RTI डालता, उस पर 25 हजार जुर्माना।एक दिन कुछ लोग चौथी पास राजा के पास गए। बोले नोटबंदी कर दो, भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। उसने एक दिन रात को 8 बजे टीवी चैनलों पर जाकर नोटबंदी कर दी। पूरे देश में हाहाकार मच गया। देश 15-20 साल पीछे चल गया। एक दिन कुछ लोग राजा के पास गए और कहा कि खेती खूब बड़ी हो जाएगी, किसानों के कानून पास कर दो। राजा को कुछ अक्ल नहीं थी। उसने साइन कर दिए, तीन काले कानून पास हो गए। पूरे देश के किसान सड़क पर आ गए। अंत में राजा को वो कानून वापस लेने पड़ेराजा ने सोचा कि पैसे कैसे कमाएं।
अरविंद केजरीवाल: उसने अपने दोस्त को बुलाया। सारे सरकारी ठेके और पैसे अपने दोस्त को दिलाए। दोस्त को 10 परसेंट कमीशन देने की बात कही। दोनों ने मिलकर देश को लूटा। पूरे देश में हाहाकार मच गया। लोग राजा के खिलाफ आवाज़ उठाने लगे। तो राजा ने कह दिया कि जो मेरे खिलाफ बोलेगा, उसे उठाकर जेल में डालो। एक के बाद एक राजा ने लोगों को पकड़-पकड़ कर जेल में डालना शुरू कर दिया।आगे अरविंद केजरीवाल न कहानी में अपना जिकर भी किया-उसी देश में एक छोटा सा राज्य था, वहां का एक मुख्यमंत्री था। वो अपने लोगों का खूब ख़याल रखता था। वो कट्टर ईमानदार था। कट्टर देशभक्त था, पढ़ा-लिखा था। उस मुख्यमंत्री ने लोगों को महंगाई से छुटकारा दिलाने के लिए बिजली मुफ्त कर कर दी। राजा को लगा कि मेरी बिजली कंपनियां लुट जाएंगी।
अरविंद केजरीवाल: फिर उस मुख्यमंत्री ने सबके इलाज मुफ्त कर दिए। शानदार मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए. राजा तो बिल्कुल पागल हो गया। धीरे-धीरे जनता को पता चला कि राजा कैसा है। एक दिन लोगों ने उस राजा को उखाड़कर फेंक दिया। लोगों ने एक ईमानदार आदमी को वहां बैठा दिया और उनकी सरकार आ गई। उसके बाद देश तरक्की करने लगा।